У нас вы можете посмотреть бесплатно Umesh Brijesh ki awaaz mein chetavni bhag Vivek 3763 विवेक 3763 उमेश बृजेश की आवाज में चेतावनी भाग или скачать в максимальном доступном качестве, видео которое было загружено на ютуб. Для загрузки выберите вариант из формы ниже:
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मुख्य विषय: इन गीतों का केंद्रीय विषय जीवन की क्षणभंगुरता (transience of life), संसार की माया (illusion of the world), और भगवान (ईश्वर/हरि) के नाम स्मरण की अनिवार्यता होता है। उद्देश्य: श्रोता को सांसारिक मोह-माया से जागृत करना, उन्हें सही मार्ग पर चलने की प्रेरणा देना, और उन्हें यह समझाना कि असली सुख केवल परमात्मा की भक्ति में है। यह एक तरह का 'आध्यात्मिक अलार्म' होता है।मुख्य विषय: इन गीतों का केंद्रीय विषय जीवन की क्षणभंगुरता (transience of life), संसार की माया (illusion of the world), और भगवान (ईश्वर/हरि) के नाम स्मरण की अनिवार्यता होता है। उद्देश्य: श्रोता को सांसारिक मोह-माया से जागृत करना, उन्हें सही मार्ग पर चलने की प्रेरणा देना, और उन्हें यह समझाना कि असली सुख केवल परमात्मा की भक्ति में है। यह एक तरह का 'आध्यात्मिक अलार्म' होता है।संदेश विवरण नश्वर शरीर यह शरीर मिट्टी का पुतला है, एक दिन नष्ट हो जाएगा। इस पर घमंड मत करो।लय (Rhythm): अक्सर धीमी, गंभीर और चिंतनशील लय (tempo) का प्रयोग होता है, ताकि संदेश गहराई तक पहुँचे। भाव (Emotion): गायन में वैराग्य (detachment), करुणा (compassion), और गंभीरता (seriousness) का भाव प्रमुख होता है। गायक अपनी आवाज़ में एक आध्यात्मिक दर्द और सच्चाई को अभिव्यक्त करता है। वाद्य यंत्र: हारमोनियम, तबला, ढोलक, और मंजीरा जैसे पारंपरिक वाद्य यंत्रों का उपयोग होता है, जो भक्तिमय और सादगीपूर्ण वातावरण बनाते हैं।आपका उदाहरण "हरि से मुखड़ा मोड़ना दुःखदाई होता है" इस पूरे genre का मूल भाव है। इसका अर्थ है: "जब आप भगवान (सत्य) से अपना मुख मोड़ लेते हैं और केवल संसार की ओर देखते हैं, तो इसका परिणाम केवल दुःख और कष्ट होता है, क्योंकि संसार नश्वर है और केवल ईश्वर ही शाश्वत सुख का स्रोत हैं।" यह गीत श्रोता को चेतावनी देता है कि सांसारिक सुखों के पीछे भागने के बजाय, उसे अपने जीवन का अंतिम लक्ष्य यानी मोक्ष प्राप्त करने के लिए भक्ति करनी चाहिए। क्या आप किसी विशेष चेतावनी गीत का भावार्थ जानना चाहेंगे, या मैं आपके लिए ऐसे किसी गीत की कुछ पंक्तियाँ लिखूँ? झूठा संसार रिश्ते-नाते, धन-दौलत सब यहीं छूट जाएंगे। ये केवल माया का जाल हैं। समय की महत्ता जीवन का समय तेज़ी से बीत रहा है। हरि का नाम जपने में देर मत करो। कर्मफल मनुष्य को उसके कर्मों का फल भुगतना पड़ता है। इसलिए अच्छे कर्म करो। सच्चा सुख सच्चा सुख भौतिक वस्तुओं में नहीं, बल्कि ईश्वर से प्रेम करने और उनकी भक्ति में लीन होने में है।