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Kabir poetry, Sufi devotional poem, Bhakti poetry, Kabir Das poem meaning, Kabir spiritual wisdom, Indian mystic poetry, Love of God, Heart and soul devotion, Sant Kabir bhajan, Hindi sufi song meaning Introduction (परिचय) कबीर की यह रचना “अरे दिल, प्रेम नगर का अंत न पाया” जीवन के सत्य और प्रेम की अनंत यात्रा का बोध कराती है। कवि प्रेम को उस नगर की उपमा देते हैं जिसका कोई अंत नहीं — जहाँ हर साधक प्रवेश तो करता है, पर इसकी गहराई को कभी पूर्ण रूप से नहीं पा सकता। यह पद साधक के भीतर झाँकने, आत्म-चिंतन और ईश्वर प्रेम की अमर यात्रा का प्रतीक है। Description and Meaning of the Poem (कविता का अर्थ और व्याख्या) कबीर इस पद में ‘दिल’ से संवाद करते हुए कहते हैं कि मनुष्य प्रेम नगर में प्रवेश करता है, परंतु उसका अंत नहीं पा सकता। जीवन का यह सफर उसी नगर की खोज में बीत जाता है। “सिर पाहन का बोझा लीता” पंक्ति से वे मनुष्य की सांसारिक आसक्तियों का उल्लेख करते हैं — जो उसे नीचे खींचती हैं। “परली पार मेरा मीता खडि़या” पंक्ति में कबीर यह संकेत देते हैं कि परमात्मा (मीता) पार है — हमें इस पार के मोह से मुक्त होकर आत्मिक यात्रा करनी होगी। टूटी नाव जीवन के शरीर और भौतिक जगत की अस्थिरता का रूपक है, और ‘गाफिल गोता खावैगा’ यह चेतावनी है कि जो व्यक्ति आत्मज्ञान से विमुख रहेगा, वह भटक जाएगा। अंतिम चरण में, “अंतकाल तेरा कौन सहाई” — यह हमें याद दिलाता है कि अंत समय में न कोई संबंधी, न धन, न प्रतिष्ठा साथ जाएगी। केवल सच्चा प्रेम और साधना ही मुक्तिदाता हैं। Message of the Poem (कविता का संदेश) कबीर का संदेश गूढ़ किंतु सरल है — प्रेम ही सत्य है। यह सांसारिक प्रेम नहीं, बल्कि परमात्मा से आत्मिक जुड़ाव है। मनुष्य का जीवन एक यात्रा है जो आत्मा को उस अनंत प्रेम से मिलाने के लिए है। सांसारिक मोह, वासनाएँ और अहंकार वह “पाहन का बोझ” हैं जो हमें नीचे खींचते हैं। जब मनुष्य अपने भीतर झाँकता है, तब उसे ज्ञात होता है कि जो प्रेम वह खोज रहा है, वह पहले से ही उसके भीतर विद्यमान है। Introduction of Kabir (कबीर का परिचय) संत कबीर (15वीं शताब्दी) भारत के सबसे प्रसिद्ध संत कवियों में से एक हैं। वे हिंदू-मुस्लिम दोनों परंपराओं से परे रहकर सच्चे आत्मज्ञान और ईश्वर-प्रेम के प्रचारक थे। उनकी वाणी सहज, लोकभाषा में, परंतु गहन दार्शनिक भाव से भरी हुई है। कबीर ने समाज में व्याप्त अंधविश्वास, जाति और धार्मिक दिखावे का विरोध करते हुए मनुष्य को सीधे ईश्वर से जुड़ने का मार्ग बताया। Hashtags #KabirPoem #SufiPoetry #BhaktiMovement #KabirDas #IndianPhilosophy #DevotionalWisdom #SpiritualJourney #SantKabirVani #MysticPoetry #KabirDoha