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🙏जय जिनेन्द्र! 🙏 तीर्थंकर केवल जन्म से महान नहीं होते — वे आत्मसंयम, तप और करुणा से दिव्यता की उस अवस्था तक पहुँचते हैं, जिसे शास्त्रों में “अतिशय” कहा गया है। इस वीडियो में जानिए — कैसे तीर्थंकरों के अतिशय किसी चमत्कार नहीं, बल्कि आत्मशुद्धि की परिणति हैं। इस एपिसोड में हम समझेंगे — Chapters — 00:00 intro [00:01:05] अतिशय का अर्थ: सामान्य से ज्यादा (अलौकिक) गुण जो तीर्थंकर नाम कर्म के उदय से प्रकट होते हैं। [00:02:12] संख्या/प्रकार: कुल 34 अतिशय, जो जन्मजात, कर्म क्षयज और देव कृत होते हैं। [00:03:36] शारीरिक अतिशय: दूध जैसा सफेद खून, पसीना न आना, और भूख-प्यास महसूस न होना। [00:04:15] मुख्य उद्देश्य: लोगों को वीतराग धर्म और मोक्ष मार्ग की ओर आकर्षित और प्रेरित करना। [00:05:02] शारीरिक लक्षण: निर्मल शरीर, रोम या बाल न होना, और प्राकृतिक दिव्य सुगंध आना। [00:06:57] दिगंबर/श्वेतांबर मतभेद: केवल ज्ञान के बाद भोजन (कवलाहार) को लेकर परंपराओं में अलग-अलग मत हैं। [00:08:00] मन की शांति: मोहनीय कर्म के पूरी तरह नष्ट होने के कारण मन परम शांत और स्थिर रहता है। [00:08:47] सर्वज्ञता (केवल ज्ञान): तीनों लोक और काल की हर चीज को एक ही समय में प्रत्यक्ष जानना। [0m10:28s] दिव्य ध्वनि: उनकी वाणी सभी प्राणियों (मनुष्य, पशु, देवता) को अपनी भाषा में समझ आती है। [00:11:24] गणधर का महत्व: दिव्य ध्वनि को सुनकर गणधर ही उसे सूत्रों (शास्त्रों) के रूप में ढालते हैं। [00:13:08] अपायापगम/वैर विरमण: उनके क्षेत्र में सभी उपद्रवों का अभाव और स्वाभाविक शत्रुओं में वैर खत्म होना। [00:16:58] अष्ट महा प्रातिहार्य: देवों द्वारा रची गई 8 मुख्य रचनाएँ (जैसे अशोक वृक्ष, सिंहासन, भामंडल)। [00:22:20] कारण: यह 16 कारण भावनाओं की उत्कृष्ट साधना का परम फल है। [00:25:02] मुख्य संदेश: वैर विरमण हमें आंतरिक समता पर काम करने की प्रेरणा देता है, जिससे बाहरी दुनिया में भी शांति आ सके। [00:27:44] आध्यात्मिक फल: उनके गुणों में श्रद्धा रखने से मोक्ष मार्ग का पहला कदम सम्यक दर्शन प्राप्त होता है। 31:45 जय जिनेन्द्र 🙏 Thank You About of Tirthankaro Ke Atishay : Tirthankars are not divine by birth — They achieve divinity through supreme purity, penance, and compassion. In this video, explore the hidden truth of Atishay — the extraordinary spiritual powers born from complete self-realization. Research & Script: Rushabh Jain 🔸 Narration: AI Voice (Jinvani Shorts Team) 🔸 Editing: Jinvani Shorts ✅ 100% Original content researched, written & produced by our team. #TirthankaroKeAtishay #JainDharm #JinvaniShorts #AatmaKiDivyata