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अति लाभकारी सुप्त वज्रासन सुप्तवज्रासन वज्रासन समूह का एक प्रमुख आसन है। वज्र देवराज इंद्र के एक बहुत ही शक्तिशाली अस्त्र का नाम है। जिस प्रकार इंद्र देवताओं के राजा हैं उसी प्रकार मन भी समस्त इंद्रियों का राजा है। वज्र एक प्रमुख नाड़ी का नाम है जिसका प्रजनन एवं मूत्र निष्कासन प्रणाली से सीधा संबध है और वह शरीर में काम ऊर्जा का नियमन करती है।बज्र नाड़ी पर नियंत्रण प्राप्त हो जाने पर इस नाड़ी में प्रवाहित कामशक्ति का परिष्करण और नियंत्रण किया जा सकता है। इस प्रकार वज्रासन समूह के आसन प्रजनन और पाचन अंगों के लिए बहुत लाभदायक हैं। आसन अष्टांगयोग का तीसरा सोपान है। किसी विशेष शारीरिक स्थिति में एक निश्चित समय तक स्थित होने आसन कहा जाता है। महर्षि पतञ्जलि आसन को परिभाषित करने के लिए "स्थिर सुखमासनम् ।" लिखा है। समय- प्रातःकाल अथवा सायंकाल खाली पेट। स्थान- योगाभ्यास के लिए नदी का तट, बागीचा, पार्क या छत जैसे खुले आसमान और खुली हवा वाली जगह को श्रेष्ठ माना जाता है। इसके अभाव में घर के किसी शांत और हवादार स्थान का चयन करें जहाँ नमी, सीलन, धूल, धुआँ या अन्य किसी प्रकार का प्रदूषण न हो। 1- अभ्यास के समय पेट खाली होना चाहिए, इसलिए प्रातः कालीन अभ्यास पर अधिक बल दिया गया है। सामान्यतः भोजन के बाद तीन-चार घंटे का और अल्पाहार के बाद एक-दो घण्टे का अंतर देना आवश्यक माना जाता है। 2- आसनों के पूर्व स्नान कभी भी किया जा सकता है किंतु आसनाभ्यास के बाद स्नान में आधे घंटे तथा भोजन या जलपान में एक घंटे का अंतर अनिवार्य है। 3- अत्यधिक दुर्बलता और ज्वर आदि तरुण रोगों की स्थिति में आसनों का अभ्यास नहीं करना चाहिए। 4- योग में अति या शीघ्रता हानिकारक सिद्ध हो सकती है अतः आसनों का अभ्यास सदैव अपनी क्षमता और आवश्यकता को ध्यान में रखते हुये ही करें। 5- स्त्रियों को मासिक स्राव तथा गर्भावस्था के अंतिम दिनों में (इस अवस्था में लाभकारी कुछ निर्देशित आसनों को छोड़कर) योगाभ्यास नहीं करना चाहिए। 6- किसी बीमारी के उपचार अथवा उन्नत आसनों के अभ्यास हेतु अनुभवी योगाचार्य का प्रत्यक्ष मार्गदर्शन अनिवार्य है। 7- सुप्तवज्रासन से पहले बज्रासन में दक्षता प्राप्त कर लेना चाहिए, उसके बाद सुप्तवज्रासन करना काफी सरल हो जाता है। ⬛ वज्रासन करने का सही तरीका • वज्रासन करने का सही तरीका, लाभ व सावधानी।T... ■ योग का वास्तविक अर्थ और परिभाषा। • योग क्या है? योग शब्द का वास्तविक अर्थ और ... #YogBharati #SuptaVajrasana